ज्योतिषशास्त्र में अंगारक दोष (मंगल दोष) को अशुभ माना जाता है—यह तब बनता है जब कुंडली में मंगल ग्रह राहु या केतु के साथ या उनसे द्विपक्षीय दृष्टि में स्थित हो। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह दोष होता है, वह जीवन में विभिन्न परेशानियों—क्रोध, मानसिक तनाव, स्वास्थ्य, आर्थिक और पारिवारिक असंतुलन—से जूझता है। उज्जैन में विधिपूर्वक अंगारक दोष पूजा कराकर इन बाधाओं को दूर किया जा सकता है
अंगारक दोष के लक्षण और प्रभाव
- तेज-तर्रार स्वभाव, आक्रामकता, और छोटी-मोटी बातों पर विवाद
- पारिवारिक और सामाजिक संबंधों में तनाव एवं वैवाहिक रिश्तों में विघ्न
- स्वास्थ्य, व्यवसाय और आर्थिक स्थिरता में गिरावट, कर्ज एवं संपत्ति विवाद

अंगारक दोष निवारण पूजा: शांति और सकारात्मकता का मार्ग
पूजा करने का महत्व
- उज्जैन में स्थित प्राचीन अंगारेश्वर महादेव एवं मंगलनाथ मंदिर को अंगारक दोष शांति के लिए अति-शक्तिशाली माना जाता है
- उज्जैन शिव नगरी और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की पवित्रता पूजा को अधिक फलदायी बनाती है
अंगारक दोष पूजा: लाभ
- मानसिक शांति, आक्रामकता में कमी, आत्मविश्वास में वृद्धि
- आर्थिक स्थिरता, व्यवसाय में लाभ, कर्ज से मुक्ति
- पारिवारिक और वैवाहिक सुख, सकारात्मक संबंध
- कर्मिक शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति


